अलबत्ता इस एवज मरीज़ की लारिन्जेक्त्मी (स्वर तंत्री वोकल कोर्ड्स) को काटने से पहले चम्प्मन (मरीज़) की आवाज़ रिकार्ड की गई ।
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वैसे भी उसकी आवाज़ कभी भी इतनी बुलंद नहीं थी लेकिन ज़रा-सा भी सर्दी-जुकाम होते ही उसकी स्वर तंत्री में सूजन आ जाती थी जो फिर हफ्तों चलती रहती थी;
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वैसे भी उसकी आवाज़ कभी भी इतनी बुलंद नहीं थी लेकिन ज़रा-सा भी सर्दी-जुकाम होते ही उसकी स्वर तंत्री में सूजन आ जाती थी जो फिर हफ्तों चलती रहती थी ; लेकिन उसे मज़बूरी में काम करते रहना पड़ता था.